उत्तराखंड में बादल फटने से भीषण तबाही, 4 लोगों की मौत, 11 जवान लापता और 130 से अधिक लोगों को बचाया गया। चारधाम यात्रा भी प्रभावित, राहत एवं बचाव कार्य जारी। पढ़ें पूरी खबर।
1. घटना का सारांश
- 5 अगस्त 2025 को उत्तरकाशी जिला, धाराली व सुखी Top क्षेत्र में अचानक दो क्लाउडबर्स्ट हुए, जिससे भारी flash floods और landslides आए
- इसके कारण किर गंगा नदी के जलस्तर में अचानक वृद्धि, धाराली गांव व आसपास के होटल, दुकान और किराये घर हाईड्रोड द्वारा बहे गए
2. जान-माल का नुकसान
- इस प्राकृतिक आपदा में कम से कम 4 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है; दर्जनों अभी भी लापता हैं
- अनुमान है कि 100 से ज्यादा लोग लापता हो सकते हैं
- भारी तबाही में 20–25 होटल, लगभग 40–50 घर एवं दुकानें, और Harsil Army Camp का हेलिपैड क्षतिग्रस्त हुआ
3. भारतीय सेना और बचाव अभियान
- लगभग 150 सैनिक, ITBP, NDRF, SDRF की संयुक्त टीमें तुरंत मौके पर पहुँचीं
- IAF के Boeing CH‑47 Chinook, Mi‑17, HAL Dhruv और Lama हेलिकॉप्टर भी मदद के लिए तैयार रखे गए
- अब तक 130 से अधिक लोग rescued, जिसमें नागरिक एवं 2 सैनिक शामिल हैं
4. सैनिकों की स्थिति
- 8–11 भारतीय सेना कर्मी लापता बताए गए हैं; उनकी तलाश जारी है
- बावजूद इसके, rescue operations जारी रखी गईं, जिसमें army personnel ने स्वयं संकट बाद भी सेवाभाव दिखाया
5. अधिकारी प्रतिक्रियाएं एवं रक्षा तैयारियाँ

- CM पुष्कर सिंह धामी ने राहत कार्य “war footing” पर चलाने को कहा; PM नरेंद्र मोदी ने फोन पर हालात का जायजा लिया
- IMD ने कई जिलों के लिए Red Alert जारी किया, बारिश लगातार होने की चेतावनी दी
6. भौगोलिक और पर्यावरणीय संदर्भ

- मॉनसून में अचानक भारी बारिश, बढ़ता ग्लोबल वॉर्मिंग और poor development practices जैसे अव्यवस्थित निर्माण और वन कटान क्लाउडबर्स्ट की तीव्रता बढ़ा रहे हैं
- Experts और WMO मानते हैं कि ऐसे चरम मौसमी घटना भविष्य में अधिक आम हो सकते हैं
🛑 प्रमुख अपडेट सारांश तालिका
| पैरामीटर | स्थिति विवरण |
|---|---|
| मौतें (Confirmed) | कम से कम 4 व्यक्ति |
| लापता व्यक्ति | लगभग 100+, जिसमें 8–11 सैनिक शामिल |
| बचाए गए लोग | ~130 लोग |
| क्षतिग्रस्त संरचनाएँ | होटल, दुकानें, घर, Army helipad |
| राहत टीमें | Army, ITBP, NDRF, SDRF |
| प्रमुख हेलिकॉप्टर उपयोग | Chinook, Mi‑17, HAL Dhruv, Lama |
| मौसम चेतावनी (IMD) | Heavy rainfall alerts जारी |
| PM / CM की प्रतिक्रिया | लगातार निगरानी, सहायता और संसाधन जुटाए जा रहे |
📝 निष्कर्ष

उत्तराखंड में हाल ही में हुई ये प्राकृतिक आपदा इस बात की चेतावनी है कि हिमालयीय क्षेत्र तेजी से बदलते मौसम के मारक प्रभावों के प्रति संवेदनशील बनता जा रहा है। क्लाउडबर्स्ट जैसी घटनाएं न केवल तत्काल जीवन और संपत्ति को प्रभावित कर रही हैं, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था, पर्यावरणीय स्थिरता और पर्यटन को भी गहरा झटका दे रही हैं।
फिलहाल, rescue operations जारी हैं—जिसमें missing soldiers की तलाश, प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर लाना तथा infrastructure पुनर्स्थापना शामिल है। प्रशासन, सेना और disaster response teams मिलकर अग्निपथ के समान काम कर रहे हैं।
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