भारतीय थलसेना ने ऑपरेशन ‘अकाल’ और ‘महादेव’ के तहत बड़ी कामयाबी दर्ज की है। जानिए लेटेस्ट मिशन अपडेट्स, रणनीति और सुरक्षा बलों की तैयारी।
🔫 1. ऑपरेशन अक़ाल — कुलगाम में आतंकियों के खिलाफ जारी गनफाइट
तारीख: 1 अगस्त 2025 से
स्थान: कुलगाम, दक्षिण कश्मीर
भारतीय थलसेना ने ऑपरेशन अक़ाल शुरू किया; पहले दिन दो आतंकवादी मारे गए और एक घायल हुआ, साथ ही तीन सैनिक घायल हुए। यह गनफाइट अब तीसरे दिन भी जारी है, जिससे सुरक्षा स्थिति बेहद संवेदनशील बनी हुई है ।
ऑपरेशन के अंतर्गत आतंकियों का सफाया करने तक कार्रवाई जारी रहने की संभावना है
🚁 2. ऑपरेशन महादेव — आतंकियों के पास मिले पाकिस्तानी प्रमाण
सेना की कार्रवाई में ऑपरेशन महादेव के तहत कुछ आतंकियों के पास लोहर यूपी से मिली लाहौर की आईडी, कराची की चॉकलेट और सैटेलाइट फोन बरामद किए गए। इससे पता चलता है कि ये आतंकी पाकिस्तान से निर्देशित थे — हार्ड एविडेंस की पुष्टि की गई है
🚀 3. डिजिटल थलसेना: बटालियन‑स्तर Drone तैनाती और नई कमांडो इकाइयाँ
- ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद अब भारतीय थलसेना प्रत्येक बटालियन स्तर पर ड्रोन (surveillance और strike दोनों प्रकार के) तैनात कर रही है।
- ‘भैरव बटालियन’ नामक विशेष लाइट कमांडो यूनिट का गठन किया जा रहा है, जो उच्च जोखिम वाले ऑपरेशन के लिए तैयार होगी।
- इन पहलों से थलसेना की नयी डिजिटल क्षमताएँ मजबूत हो रही हैं और घातकता में वृद्धि देखी जा रही है
🎯 4. Exercise Divya Drishti — AI व Drone‑संयुक्त अभ्यास

जुलाई 2025 में, पूर्व सिक्किम में China सीमा के पास आयोजित अधिग्रहण अभ्यास ‘Divya Drishti‘ में थलसेना ने AI-powered sensors, drone swarming, और हाई-ट्रांसमिशन डेटा नेटवर्स का प्रयोग किया।
उच्च हिमालयी इलाकों में इस तकनीक का परीक्षण भविष्य युद्धक परिस्थितियों के अनुरूप तैयारी का प्रतीक है
🛣️ 5. عملی और सामाजिक सम्मान के प्रतीक: Himalayan Motorcycle Expedition
ऑपरेशन सिंदूर के सम्मान में आयोजित Integrated Himalayan Motorcycle Expedition (I-HiMEx-II) में केंद्रीय कमांड के 25 सदस्य 2,000 किमी साइकिल रैली प्रस्तुत कर रहे हैं।
यह गतिविधि Kargil युद्ध शहीदों की याद में, युवाओं को सेना से जोड़ने एवं सरोकार जगाने का माध्यम बनी है
🧭 सारांश तालिका
विषय | विवरण |
---|---|
ऑपरेशन अक़ाल | कुलगाम में ongoing counter-terror encounter |
ऑपरेशन महादेव | आतंकियों ने पाकिस्तान से जुड़ी सामग्री साथ रखी |
ड्रोन तैनाती | बटालियन स्तर पर, विशेष संचालन क्षमता बढ़ाई गयी |
Divya Drishti अभ्यास | AI और drone‑based Warfare readiness बढ़ाई |
Himalayan Motorcycle Rally | सेना और जनता के बीच सामूहिक जुड़ाव हेतु कार्यक्रम |
✅ निष्कर्ष
भारतीय थलसेना अब पारंपरिक टुकड़ी संरचनाओं से डिजिटल युद्धक क्षमताओं की ओर तेज़ी से बढ़ रही है।
- जम्मू एवं कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ सतत कार्रवाई
- AI और drone आधारित युद्धक अभ्यास
- नयी कमांडो और surveillance तकनीकों के साथ संगठनात्मक सुधार
- सैनिक-जनता संवाद के माध्यम से राष्ट्रीय सुरक्षा विचारधारा को सुदृढ़ करना
यह वर्तमान समय भारतीय सेना की परिवर्तनशील और आधुनिक战略 को दर्शाता है।
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