केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) की स्थापना और इसके संभावित प्रभावों को लेकर हाल ही में कई महत्वपूर्ण घोषणाएँ और विश्लेषण सामने आए हैं। आइए, जानते हैं इस विषय में नवीनतम जानकारी:
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📅 8वें वेतन आयोग का गठन और कार्यान्वयन
- गठन की स्वीकृति: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने जनवरी 2025 में 8वें वेतन आयोग के गठन को मंजूरी दी थी।
- कार्यान्वयन की संभावित तिथि: वर्तमान में, आयोग के गठन की प्रक्रिया चल रही है, और इसके सिफारिशों के लागू होने की संभावना जनवरी 2026 से है।
💰 वेतन वृद्धि और फिटमेंट फैक्टर
- फिटमेंट फैक्टर: अंबिट कैपिटल की रिपोर्ट के अनुसार, फिटमेंट फैक्टर 1.83 से 2.46 के बीच हो सकता है। इसका मतलब है कि यदि किसी कर्मचारी का मौजूदा मूल वेतन ₹50,000 है, तो नई सिफारिशों के तहत यह ₹91,500 से ₹1,23,000 तक हो सकता है।
- वास्तविक वेतन वृद्धि: हालांकि फिटमेंट फैक्टर में वृद्धि से वेतन में बढ़ोतरी का अनुमान है, लेकिन महंगाई भत्ता (DA) की पुनः गणना के कारण वास्तविक वेतन वृद्धि अपेक्षाकृत कम हो सकती है।
📈 आर्थिक प्रभाव और लाभ
- आर्थिक वृद्धि: विशेषज्ञों के अनुसार, वेतन वृद्धि से कर्मचारियों की क्रय शक्ति में वृद्धि होगी, जिससे उपभोक्ता वस्तुओं, ऑटोमोबाइल्स और एफएमसीजी जैसे क्षेत्रों में मांग बढ़ेगी और देश की जीडीपी में सुधार हो सकता है।
- लाभार्थियों की संख्या: लगभग 1.12 करोड़ केंद्रीय कर्मचारी और पेंशनर्स को इस वेतन आयोग से लाभ होने की संभावना है।
📌 ध्यान देने योग्य बिंदु

- डीए की स्थिति: नई वेतन संरचना लागू होने पर महंगाई भत्ता शून्य हो सकता है, क्योंकि सभी भत्तों की पुनः गणना की जाएगी।
- आधिकारिक घोषणा की प्रतीक्षा: सरकार ने लोकसभा में लिखित उत्तर के माध्यम से वेतन आयोग के गठन की पुष्टि की है, लेकिन इसके गठन की तिथि और वेतन वृद्धि की प्रभावी तिथि की आधिकारिक घोषणा अभी बाकी है।
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