15-Minute Cities 2026 मॉडल में घर से 15 मिनट की दूरी पर स्कूल, अस्पताल, मार्केट और ऑफिस की सुविधाएँ। जानें भारत में इसका भविष्य और चुनौतियाँ।
शहरी विकास की नई सोच में अब “15-Minute Cities” का कॉन्सेप्ट तेजी से चर्चा में है। इसका उद्देश्य यह है कि किसी भी नागरिक को रोज़मर्रा की ज़रूरतें जैसे – स्कूल, ऑफिस, हेल्थकेयर, मार्केट, पार्क और ट्रांसपोर्ट – सब कुछ उसके घर से 15 मिनट की पैदल दूरी या साइकिल दूरी में मिल सके।
2026 तक दुनिया के कई बड़े शहर इस मॉडल को अपनाने की ओर बढ़ रहे हैं, और भारत में भी स्मार्ट सिटीज़ मिशन के तहत इसकी संभावनाएँ तेज़ हो रही हैं।
15-Minute City क्या है?

- एक ऐसा शहरी ढाँचा जहाँ नागरिकों की दैनिक ज़रूरतें पास में ही उपलब्ध हों।
- ट्रैफिक और लंबी दूरी की यात्रा कम हो।
- प्रदूषण और समय की बचत हो।
- पैदल चलने और साइकिलिंग को बढ़ावा मिले।
2026 तक 15-Minute Cities का महत्व

- ग्रीन अर्बन डेवलपमेंट – कारों पर निर्भरता घटेगी और कार्बन उत्सर्जन कम होगा।
- हेल्दी लाइफस्टाइल – लोग पैदल और साइकिल का अधिक इस्तेमाल करेंगे।
- लोकल इकॉनॉमी को बढ़ावा – नज़दीकी मार्केट और लोकल शॉप्स को फायदा होगा।
- स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर – AI और IoT से लैस ट्रैफिक मैनेजमेंट, स्मार्ट पार्किंग और डिजिटल पेमेंट सिस्टम।
- सुरक्षा और सामुदायिक जीवन – छोटे इलाकों में लोगों का कनेक्शन मजबूत होगा।
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भारत में 15-Minute City की संभावनाएँ

- स्मार्ट सिटीज़ मिशन: भोपाल, पुणे, इंदौर, लखनऊ जैसे शहर पहले से ही डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम कर रहे हैं।
- री-डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स: मेट्रो सिटीज़ (दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु) में रिहायशी इलाकों के पास मिनी-हब्स तैयार किए जा रहे हैं।
- रियल एस्टेट ग्रोथ: 15-Minute Cities की वजह से माइक्रो-टाउनशिप्स और मिनी-कॉमर्शियल हब्स का महत्व बढ़ेगा।
चुनौतियाँ
- भीड़भाड़ वाले शहरों में जगह की कमी।
- पब्लिक ट्रांसपोर्ट और वॉकिंग-फ्रेंडली इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमी।
- लोकल शॉप्स और डिजिटल रिटेल में बैलेंस बनाना।
- नीतिगत और मास्टर प्लानिंग की जटिलता।
2026 की तैयारी
- भारत सरकार और राज्य सरकारें स्मार्ट सिटी और अर्बन मिशन के तहत ग्रीन मोबिलिटी, साइकिल ट्रैक्स, ई-व्हीकल चार्जिंग स्टेशन और लोकल हब्स को बढ़ावा दे रही हैं।
- रियल एस्टेट कंपनियाँ ऐसे टाउनशिप प्रोजेक्ट्स तैयार कर रही हैं जहाँ स्कूल, अस्पताल और मार्केट पैदल दूरी पर हों।
निष्कर्ष
15-Minute Cities 2026 भविष्य का ऐसा अर्बन मॉडल है जो ग्रीन, हेल्दी और स्मार्ट शहरों की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।
भारत में जैसे-जैसे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स और रियल एस्टेट डेवलपमेंट आगे बढ़ेंगे, यह कॉन्सेप्ट आम नागरिकों की जिंदगी को आसान और सुविधाजनक बनाने में अहम भूमिका निभाएगा।
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