How Many Times Heart Beat And When In Danger Range : बिगड़ती लाइफस्टाइल की वजह से आजकर दिल की कई बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं. इसमें हार्ट अटैक का खतरा तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में नॉर्मल हार्ट रेट और डेंजर हार्ट रेट को समझना बेहद जरूरी है.
नॉर्मल हार्ट रेट को ही या रेस्टिंग हार्ट रेट भी कहते हैं. एक सेहतमंद इंसान के लिए आराम के दौरान हार्ट रेट 60-100 बीट्स प्रति मिनट होनी चाहिए. बच्चों में ये 70-120 बीट्स प्रति मिनट हो सकती है.
How Many Times Heart Beat And When In Danger Range
आपका दिल कितना जवान है, इसका पता धड़कनों (Heart Rate) से पता चल सकता है. आमतौर पर हमारा हार्ट एक मिनट में 72 बार पंप करता हैं.अगर अचानक से यह हार्ट पंप करना पंद कर दे तो कुछ ही सेंकेड में हम बेहोश हो जाएंगे.
अगर फिर यह से पंप न शुरू हो तो तीन-चार मिनट में जान भी जा सकती है. यही कारण है कि हार्ट रेट का चलते रहना जिंदगी के लिए बेहद जरूरी है. क्योंकि यही बताता है कि दिल ब्लड को सही तरह पंप कर रहा है या नहीं. ऐसे में आइए जानते हैं हार्ट रेट क्या होता है, यह कितनी तरह का होता है और नॉर्मल-डेंजर हार्ट रेट में क्या अंतर है…
हार्ट रेट कई कारणों से प्रभावित हो सकता है. इसमें बढ़ती उम्र, सेहत से जुड़ी परेशानियां, एक्सरसाइज, दवाएं और स्ट्रेस जैसे फैक्टर्स शामिल हैं. दिल (Heart) की सेहत अच्छी बनी रहे, इसके लिए नॉर्मल हार्ट रेट रेंज (Normal heart rate) का होना जरूरी है. जबकि डेंजर हार्ट रेट (danger heart rate) हार्ट डिजीज जैसे स्ट्रोक या हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा सकता है. इसलिए हार्ट रेट को चेक करने के लिए समय-समय पर कॉर्डियोलॉजिस्ट्स को दिखाते रहना चाहिए.
नॉर्मल हार्ट रेट को ही या रेस्टिंग हार्ट रेट भी कहते हैं. एक सेहतमंद इंसान के लिए आराम के दौरान हार्ट रेट 60-100 बीट्स प्रति मिनट होनी चाहिए. बच्चों में ये 70-120 बीट्स प्रति मिनट हो सकती है. वहीं, एथलीट्स का हार्ट रेट रेस्ट करने के दौरान 40-60 बीट्स प्रति मिनट तक हो सकता है.
एक्टिव हार्ट रेट यानी फिजिकल एक्टिविटीज के दौरान 20 साल तक की उम्र वालों में 100-170 बीट्स प्रति मिनट और 40 साल की उम्र में 90-153 बीट्स प्रति मिनट हो सकता है.
असमान्य हार्ट रेट होना ही डेंजर हार्ट रेट कहलाता है. जैसे- हार्ट का रुक-रुक कर धड़कना, सीने में दर्द और ऐंठन जैसी समस्याएं होना. इस कंडीशन में दिल की बीमारियों का रिस्क बढ़ जाता है. हार्ट अटैक का खतरा भी काफी ज्यादा हो सकता है.
आराम के दौरान हार्ट रेट 60 बीट्स पर मिनट से कम हो. इसकी वजह से थकान, चक्कर और सांस लेने में परेशानी हो सकती है. हार्ट रेट 100 बीट्स पर मिनट से ज्यादा होना भी डेंजर हार्ट रेट की कैटेगरी में आता है. इसमें अटैक आने की आशंका ज्यादा होती है. ऐसे में तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए.
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